पहली गेंद
पहली गेंद क्रिकेट में विभिन्न संदर्भों में अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। किसी बल्लेबाज़ की पारी की पहली गेंद सबसे नाजुक क्षण होता है जब वह अभी तक पिच, गेंदबाज़ और परिस्थितियों का आकलन नहीं कर पाया होता है। पहली गेंद पर विकेट लेना गेंदबाज़ के लिए आदर्श परिणाम है और इसे 'गोल्डन डक' कहा जाता है। मैच की पहली गेंद पूरे खेल का टोन सेट करती है और दर्शकों में उत्साह भरती है। ओवर की पहली गेंद रणनीति निर्धारित करती है कि बाकी ओवर कैसे खेली जाएगी। पावरप्ले की पहली गेंद आक्रामकता का संकेत हो सकती है। नए बल्लेबाज़ को अक्सर सलाह दी जाती है कि वह पहली कुछ गेंदों में सावधानी बरतें और खुद को सेट करें। टेस्ट मैच की पहली गेंद ऐतिहासिक क्षण हो सकता है विशेष रूप से महत्वपूर्ण श्रृंखलाओं में। पहली गेंद से चौका या छक्का मारना आत्मविश्वास और इरादे का बयान है। गेंदबाज़ अक्सर पहली गेंद को योजनाबद्ध तरीके से फेंकते हैं ताकि बल्लेबाज़ को परखें या जाल में फंसाएं।